काव्या एक शहर की चहल-पहल से दूर, एक छोटे से हिल स्टेशन पर काम के सिलसिले में आई थी। वह एक लेखिका थी और अपनी नई किताब के लिए शांत और प्रेरणादायक जगह की तलाश में थी। पहाड़ों की ठंडी हवाओं में एक अलग ही सुकून था। होटल की बालकनी से वह अक्सर शाम को ढलते सूरज को देखती, जो उसकी कहानियों में नया रंग भर देता।
एक दिन, वह अपने नोट्स लेकर पास के कॉफ़ी शॉप में बैठी थी। अचानक उसकी नज़र एक लड़के पर पड़ी, जो एक टेबल पर अकेले बैठा कुछ पढ़ रहा था। उसकी गहरी नीली आँखें और शांत स्वभाव काव्या को कुछ खास महसूस करा रहा था। वह चाहकर भी उस लड़के से अपनी नज़रें नहीं हटा पा रही थी।
वह लड़का अचानक उसकी ओर देखकर मुस्कुराया। काव्या थोड़ा झिझकी, लेकिन फिर उसने भी मुस्कान लौटा दी। कुछ समय बाद, वह लड़का उठकर काव्या के पास आया और कहा, “हैलो, मैं आदित्य हूँ। लगता है आप भी लिखने में रुचि रखती हैं। क्या मैं आपके पास बैठ सकता हूँ?”
काव्या ने मुस्कुराते हुए उसे बैठने की अनुमति दी। उनकी बातें धीरे-धीरे गहराने लगीं। आदित्य भी एक लेखक था और उसने अपने बारे में कई दिलचस्प बातें बताईं। उन्होंने एक-दूसरे की कहानियों, विचारों और जीवन के अनुभवों को साझा किया।
समय बीतता गया, और दोनों के बीच गहरी दोस्ती और आकर्षण पनपने लगा। काव्या को महसूस हुआ कि आदित्य में कुछ खास है, जो उसे उसके हर शब्द में महसूस होता था। कुछ ही दिनों में, काव्या की हर मुलाकात का केंद्र आदित्य हो गया। वे साथ में घूमते, बातें करते, और एक-दूसरे के साथ समय बिताने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
एक शाम, जब दोनों पहाड़ की चोटी पर सूरज ढलते हुए देख रहे थे, आदित्य ने काव्या का हाथ थामते हुए कहा, “काव्या, मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूँ। यह समय जो हमने साथ बिताया है, वह मेरे लिए बहुत खास रहा है। मैं तुमसे सिर्फ दोस्ती नहीं, बल्कि तुम्हारे साथ अपनी ज़िन्दगी बिताने का सपना देख रहा हूँ।”
काव्या की आँखों में हल्की चमक आई। उसने आदित्य की ओर देखते हुए कहा, “आदित्य, मैंने भी कभी सोचा नहीं था कि मैं इतनी जल्दी किसी के इतना करीब आऊंगी। लेकिन तुमने मेरे दिल को समझा और मेरे अकेलेपन को प्यार से भर दिया।”
आदित्य ने काव्या को अपने पास खींचा, और उस पहाड़ की चोटी पर, सूरज के डूबते हुए आसमान के नीचे, उन्होंने एक-दूसरे से अपने प्यार का इज़हार किया।
वह पल उनके जीवन का सबसे खूबसूरत पल बन गया, जहां उन्होंने अपने नए सफर की शुरुआत की।