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अधूरी मोहब्बत | Hindi Sexy Romantic Kahani

रात के सन्नाटे में चांदनी अपनी चादर बिछाए बैठी थी। पूरे गांव में बस वही था जो जाग रहा था। शीतल हवा की सरसराहट और पत्तों की हल्की सरसराहट माहौल को और भी रहस्यमयी बना रही थी।

अनिका अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी, पर उसकी आँखों में नींद का कोई नामोनिशान नहीं था। उसकी सोच में बस एक ही चेहरा घूम रहा था—राहुल का चेहरा। वो गांव का सबसे खुशमिजाज लड़का था, जिसकी आंखों में हमेशा एक चमक होती थी। लेकिन उसकी मुस्कान में छिपा दर्द शायद अनिका के अलावा कोई और नहीं समझ सकता था।

दोनों की मुलाकात कुछ महीने पहले हुई थी, जब अनिका गांव आई थी। शहर की चकाचौंध से दूर इस शांतिपूर्ण गांव में आना उसके लिए किसी सुकून से कम नहीं था। पहली बार जब उसने राहुल को देखा, तो उसकी सादगी और मस्ती में भरी बातों ने उसे तुरंत प्रभावित कर दिया था।

राहुल को भी अनिका का साथ पसंद था। उसके साथ वो अपने सारे दुख-दर्द भूल जाता था। दोनों की मुलाकातें धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं। अनिका को राहुल के साथ रहकर ऐसा महसूस होता था जैसे वो सारी दुनिया को भूलकर बस उसी के साथ रह सके।

लेकिन प्यार की ये कहानी अधूरी थी। राहुल के घरवालों ने उसका रिश्ता किसी और के साथ तय कर दिया था। अनिका के दिल में एक तूफान सा उठ खड़ा हुआ था जब उसने ये सुना। वो कुछ नहीं कह पाई, बस उसकी आँखों से आंसू बहने लगे।

राहुल भी परेशान था, लेकिन वो अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ नहीं जा सकता था। उसकी मजबूरी ने उसे तोड़ दिया था। आखिरी बार जब अनिका और राहुल मिले, तो दोनों के बीच एक गहरी चुप्पी छा गई।

राहुल ने अनिका का हाथ पकड़ा और कहा, “अगर हमारी किस्मत में साथ होना लिखा होता, तो ये दिन कभी नहीं आता। लेकिन हमारी मोहब्बत अधूरी है, और अधूरी मोहब्बत की कसक शायद ताउम्र बनी रहेगी।”

अनिका की आँखों से आंसू बह रहे थे, और राहुल ने उन आंसुओं को अपनी हथेली से पोंछा। दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया, और फिर राहुल ने अनिका से विदा ली। More Hindi Sexy Kahani

वो रात अनिका के लिए किसी दुःस्वप्न से कम नहीं थी। लेकिन उसे पता था कि उसकी मोहब्बत अधूरी रह गई थी। शायद यही उसकी मोहब्बत की खूबसूरती थी—एक अधूरी, लेकिन दिल से जुड़ी हुई कहानी।

समय बीतता गया, और अनिका ने खुद को संभाल लिया। लेकिन उसकी आँखों में आज भी राहुल का चेहरा तैरता रहता है। शायद कुछ प्रेम कहानियां कभी पूरी नहीं होतीं, लेकिन वो अपनी अधूरी होने में ही पूरी होती हैं।

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