पूजा और आर्यन की शादी बड़े धूमधाम से हुई थी। दोनों एक-दूसरे को पहले से नहीं जानते थे, लेकिन शादी के बाद एक नई शुरुआत करने को लेकर दोनों ही उत्साहित थे। शादी के सारे रस्म-रिवाज पूरे हो चुके थे, और अब वो पल आ चुका था जिसका हर नवविवाहित जोड़ा इंतजार करता है—उनकी सुहागरात।
कमरा फूलों से सजा हुआ था। हल्की रोशनी और गुलाब की महक ने पूरे माहौल को और भी खास बना दिया था। पूजा घूंघट में लिपटी हुई बेड पर बैठी थी, और उसके दिल की धड़कनें तेज हो रही थीं। उसे समझ नहीं आ रहा था कि आर्यन से पहली बार अकेले में क्या कहेगी।
कुछ ही देर बाद आर्यन कमरे में आया, हल्की मुस्कान के साथ। उसने धीरे से पूजा के पास जाकर कहा, “तुम बहुत सुंदर लग रही हो, जैसे कोई सपना हो।”
पूजा ने हल्के से मुस्कुराते हुए अपना घूंघट उठाया। उसकी आँखों में थोड़ा सा संकोच और थोड़ी सी खुशी थी। आर्यन ने पूजा का हाथ पकड़ा और कहा, “मुझे पता है कि आज का दिन हमारे लिए खास है, लेकिन मैं तुम्हें यह बताना चाहता हूं कि मैं तुम्हारे साथ कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता। हम एक-दूसरे को पहले समझेंगे, फिर आगे बढ़ेंगे।”
पूजा को आर्यन की बातों से दिल को सुकून मिला। उसने महसूस किया कि उसका पति उसके हर एहसास की कद्र करता है। कुछ पलों के बाद दोनों ने अपने दिल की बातें एक-दूसरे से साझा कीं। आर्यन ने धीरे से पूजा को अपनी बाहों में लिया, और उसे महसूस कराया कि वह हमेशा उसका साथ देगा।
उन दोनों ने उस रात को बस एक-दूसरे के साथ बिताया, अपने नए रिश्ते की बुनियाद को मजबूत किया। प्यार और विश्वास से भरी वह रात उनकी ज़िन्दगी की सबसे खूबसूरत रातों में से एक बन गई।