नेहा और समीर की शादी पूरे परिवार की खुशी का कारण थी। दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और अब शादी के बंधन में बंध चुके थे। उनकी सुहागरात की रात, दोनों के दिलों में प्यार और एक नए सफर की शुरुआत का उत्साह था।
कमरा गुलाब की खुशबू और मोमबत्तियों की रोशनी से सजा हुआ था। नेहा ने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी, जो उसे और भी खूबसूरत बना रही थी। वह बेड पर बैठी थी, थोड़ी नर्वस, और थोड़ा उत्साहित। उसकी आँखों में सपनों की चमक थी, लेकिन दिल में हल्का सा डर भी था कि अब क्या होगा।
समीर धीरे से कमरे में आया, उसकी आँखों में प्यार और मुस्कान थी। उसने नेहा के करीब आकर बैठते हुए कहा, “नेहा, यह रात हमारे लिए बहुत खास है, लेकिन मैं चाहता हूं कि हम एक-दूसरे के करीब आने से पहले एक-दूसरे को और बेहतर समझें।”
नेहा ने समीर की ओर देखा और उसकी आँखों में वही प्यार और सुकून पाया, जिसकी उसे उम्मीद थी। उसने मुस्कुराते हुए कहा, “तुम्हारे साथ रहना ही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी है।”
समीर ने नेहा का हाथ पकड़ा और धीरे से कहा, “मैंने हमेशा सोचा था कि सुहागरात किसी फिल्मी सीन की तरह होगी, लेकिन अब महसूस हो रहा है कि असली खूबसूरती एक-दूसरे को समझने और एक-दूसरे का साथ पाने में है।”
नेहा के चेहरे पर एक हल्की मुस्कान फैल गई। दोनों ने उस रात एक-दूसरे से अपने दिल की बातें कीं, अपने भविष्य के सपने साझा किए। प्यार और विश्वास की उस पहली रात में, उन्होंने अपने रिश्ते की नींव और भी मजबूत कर दी।
समीर ने नेहा को अपने करीब खींचा, और धीरे से उसके माथे पर एक प्यारी सी किस दी। वह पल उनके बीच के सारे संकोच को मिटा गया, और दोनों ने अपने नए जीवन की शुरुआत एक-दूसरे के साथ करते हुए की।