रात भर पलंग तोड़ चुदाई
यह एक ऐसी सेक्सी कहानी है जिसे पढ़ कर आपकी रात की नींद, दिन का चैन सब उड़ जायेगा।
कहानी मेरी और एक बंगालन लड़की की है जिसे एक किराये पर घर की ज़रूरत है. यह बंगालन कमाल की अप्सरा है – शराबी आंखें, कबूतर जैसे स्तन, पहाड़ जैसे नितब और चिकने और मांसल जांघ। उसको देख कर ही मेरा लैंड सख्त हो गया था और मैंने कसम खाई थी की उस बंगाली बाला को में अपना बना कर ही छोडूंगा। उफ़ क्या क्या पपप नहीं बेलने पड़े थे। .
इस सेक्सी कहानी की एक झलक:
दीपिका ने उस समय घुटनों तक की स्कर्ट और ऊपर बिना ब्रा के स्लीवलेस टॉप पहन रखा था. टॉप दीपिका की बड़ी बड़ी चूचियों के ऊपर टंगा हुआ था. स्कर्ट में से दीपिका के चौड़े और सेक्सी घुटने दिखाई दे रहे थे. बैठने से स्कर्ट थोड़ी घुटनों से सरक कर दीपिका के पटों तक आ गई थी.
उसकी की इतनी सारी बातें सुनकर मैं हैरान और रोमांचित हो उठा और कुछ भी नहीं बोल सका, बस अंदर ही अंदर गर्म होने लग गया.
दीपिका फिर बोली- कुछ खाने के लिए लाऊं?
मैंने कहा- नहीं, ये सलाद का कचूमर और चिप्स हैं, थोड़ा पनीर है. मैंने आपसे तो पूछा ही नहीं. रुकिये, मैं आपके लिए कोल्ड ड्रिंक लाता हूँ.
यह कह कर मैं अंदर मेरे छोटे फ़्रिज़ में से दीपिका के लिए एक शीतल पेय ले आया और उसे गिलास में डालकर उन्हें दे दिया.
फिर मैंने पूछा- भाभी, घोष भैया को पता लगेगा तो वे नाराज़ नहीं होंगे?दीपिका मुस्कराकर अदा से बोली- उनको कौन बताएगा? क्या आप बताओगे?मैंने मुस्करा कर कहा- नहीं, मैं क्यों बताऊंगा.दीपिका- अच्छा ये बताइये, क्या आप हर रोज ड्रिंक करते हैं?मैं- नहीं, कभी कभी. महीने में दो तीन बार. बस छोटे छोटे दो पेग.दीपिका- इसको पीने से ऐसा क्या होता है?
मस्त होकर मैंने कहा- इससे थोड़ा माहौल और मूड बदल जाता है. आदमी की थकान उतर जाती है और थोड़ा रोमांटिक हो जाता है. कुछ समय के लिए आदमी बेकार की बातों को भूलकर सुरूर में आ जाता है.
दीपिका कुछ सोचने लगी.
मैंने पूछा- लेने का मूड है क्या?
दीपिका- कुछ होगा तो नहीं ना? मैंने तो आज तक कभी इसे चखा भी नहीं है, लेकिन आज मैं भी कुछ भूलना चाहती हूँ.
मैंने दीपिका से उसका कोल्डड्रिंक का गिलास लिया और उसमें आधा पेग 30 एम.एल. विहस्की डाल दी और उससे कहा- आप चेयर पर पीछे सिर लगा कर बैठ जाओ और आँखें बंद करके इसे बिल्कुल धीरे धीरे सिप करो.
दीपिका ने एक हल्का सा सिप किया और चेयर पर पीछे सिर टिका लिया.
कुछ देर बाद दूसरा और फिर तीसरा सिप लिया.
मैंने कहा- साथ कुछ खाती भी रहो.
जैसे ही दीपिका कुछ लेने के लिए सीधी हुई उसे हल्का सरूर लगा और बैठते ही बोली- ओह्ह, मुझे कुछ लग रहा है।
मैंने कहा- क्या लग रहा है?
दीपिका- अच्छा लग रहा है.
यह कहते हुए दीपिका ने वह ड्रिंक जल्दी ही खत्म कर लिया और बोली- ओह माई गॉड, वंडरफुल … अच्छा लगा.
दीपिका की जांघों और उसके स्तनों को टॉप में उठा देख कर मेरा हथियार मेरी लोअर में उभार ले चुका था.
कम रोशनी में भी मुझे दीपिका के 38 साइज़ के भारी भारी मम्में और उन मम्मों पर तने हुए तीखे निप्पल साफ साफ दिखाई दे रहे थे.