कहानी शुरू करने से पहले सबसे पहला सवाल मेरा उन लोगों से है जो अपनी कहानियों में किसी भी महिला पात्र को इतना उत्तेजित और वासना में डूबा हुआ दिखाते हैं.
लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं होता।
खैर कहानी पर आते हैं। xxx
यह घटना कुछ समय पहले की है।
मुझे सेक्स में काफी रुचि है तो मैं कई बार होटल और दोस्तों के साथ कॉल गर्ल्स को हायर कर लेता हूँ।
वो भी एक शॉट के लिए।
लेकिन बहुत दिन से मुझे सेक्स में वो मजा नहीं आ रहा था जिसकी मैं चाहत रखता हूँ।
एक दिन मैंने ये सब अपने दोस्त को बताया कि भाई अब रहा नहीं जाता; किसी लड़की का इंतजाम कर पर फुल नाईट सेक्स के लिए!
उसने मुझसे कहा- मुझे शाम तक का वक्त दे, मैं कुछ करता हूँ।
शाम को उसका कॉल आता है और वह कहता है- होटल आ जाना, तेरे लिए इंतजाम कर लिया है।
मैं अक्सर वहां जाता रहता हूं तो उसके बताए तय समय पर मैं होटल पहुंचता हूँ।
कुछ देर इंतजार करने के बाद मैंनेजर मुझे मेरे रूम की चाबी देता है।
और मैं रूम में बैठकर सिगरेट के कश लगाते हुए इंतजार करता हूँ।
रात को करीब दस बजे एक लड़की मेरे रूम में आती है।
उसका नाम प्रिया (बदला हुआ) था।
उसके बदन का साइज लगभग 32-30-32 होगा।
आंखें बिल्कुल नशीली … जो उसे इक नज़र देख ले, मदहोश हो जाए।
जब मैंने उसे देखा तो मैं पहचान गया क्योंकि मैं पहले भी उसके साथ एक बार एक शॉट वाली चुदाई कर चुका था।
हुआ यूं कि दिल तो उस पर मेरा पहले ही आ चुका था।
पर उम्मीद नहीं थी कि यह लड़की मुझे पूरी रात के लिए भी मिलेगी।
खैर उसके आते ही पहले उसने मुझे हग किया फिर पास में बैठ कर दोनों ने सिगरेट के कश लेते हुए एक दूसरे से कुछ अपैचारिक बातें की।
कुछ देर की बातचीत के बाद मुझे ऐसा लगा ही नहीं कि हम दूसरी बार मिल रहे हैं, ऐसा लगा कि हम एक दूसरे को बहुत पहले से जानते हैं।
कुछ देर बाद मैंने मैंनेजर से कॉल पर चिकन और 2 बीयर मंगवाई।
तकरीबन 20 मिनट के बाद बीयर और चिकन भी आ चुका था.
अक्सर ऐसा होता है कि जब कभी मैं किसी के साथ चुदाई करने के मूड में होता हूँ तो उसके अलावा कुछ दिखाई नहीं देता।
पर प्रिया मुझे अच्छी लगी।
और उसका नेचर बाकी लड़कियों से बहुत अलग था इसीलिए मैंने जल्दबाजी करना ठीक नहीं समझा।
माना कि वो एक रंडी थी।
पर कहते है न कि जब दिल गधी पर आ जाए तो परी क्या चीज है।
खैर मैंने बीयर की बॉटल खोली और गिलास में करके 1 पेग उसे दिया और 1 पैग मैंने लिया।
बातों ही बातों में रात को 1 कब बज गया पता ही नहीं चला।
फिर जिस काम के लिए आया था, वो करना ठीक समझा।
पहले में बेड से उतर कर वाशरूम गया और वहां से पेशाब करके रूम में आया।
प्रिया अभी भी बेड पर लेटी सिगरेट के कश ले रही थी।
उसने सिगरेट मुझे पास की।
मैंने 2 कश लगाने के बाद सिगरेट को डस्टबिन में फेंक दिया।
कहते है की रंडियों की बिल्ली यानि पुसी यानि फुद्दी को चूमा नहीं जाता.
पर प्रिया को देखकर मुझे रहा न गया.
तो मैंने पहले उसे गले लगाया और फिर सीधा उसे लिपलॉक किया।
पहले मैंने उसका टॉप उतारा।
फिर उसकी जींस।
पैंटी उसने खुद उतार ली थी और ब्रा उसकी मैंने निकाल कर बेड पर फेंक दी।
अब वह मेरे सामने पूर्ण रूप से नग्न थी और मैं भी अपने सारे कपड़े उतार चुका था, बस मेरा अंडरवियर बाकी था।
तो उसने मुस्कुराते हुए कहा- ये गलत बात है, मुझे पूरी नंगी किया और खुद के शरीर पर एक कपड़ा छोड़ दिया।
यह कहते हुए उसने मेरा अंडरवियर भी उतार दिया और बेड पर लेट गई।
मद्धम रोशनी में प्रिया का बदन अलग ही तरह चमक रहा था।
मैंने प्रिया को पैरों के तलवे की तरफ से चूमना शुरू किया और उसकी जांघों से होते हुए उसके पेट को चूमा।
फिर क्लीवेज के ऊपर एक प्यारा से चुम्बन किया और उसकी गर्दन और कानों को बेतहाशा चूमने चाटने लगा।
तब मैंने प्रिया को पेट के बल लिटाकर उसकी पीठ को चूमते हुए उसके दोनों मम्मों को अपने दोनों हाथों से जकड़ दिया और उन्हें मसलने लगा।
कुछ देर ऐसा करने के बाद प्रिया मेरे ऊपर आ गई।
फिर उसने अपने अंदाज में मुझे किस करना शुरू किया।
फिर एक लंबी किस के बाद उसने मेरे निप्पल को चूमना चाटना शुरू किया और धीरे धीरे नीचे आते हुए उसने मेरे दोनों गोटों को चाटा और मेरा लन्ड मुंह में भर लिया और मजे से चूसने लगी।
प्रिया एक कॉल गर्ल थी तो उसे अच्छे से एक्सपीरियंस था कि एक मर्द को कैसे खुश करना है।
कुछ देर ब्लोजॉब देने के बाद मेरे निप्पल को वापस चूमते हुए मुझे किस करने लगी।
उसने अपने बैग से कंडोम का पैकेट निकाला और उसे खोलकर मेरे लंड पर चढ़ाने लगी।
कंडोम चढ़ाने के बाद वह अपने दोनों पैर फैलाकर लेट गई।
मैंने अपने एक हाथ से उसकी टांगों को पकड़ा और एक हाथ से उसके बाएं मम्मे को मसला।
प्रिया ने अपना हाथ नीचे ले जा कर मेरे लंड़ को अपनी चूत पर सेट किया और इशारा किया मुझे धक्का देने के लिए।
जैसे ही मैंने धक्का लगाया, वह पहले थोड़ा चहक उठी और कसमसाने लगी।
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि एक रंडी की चूत इतनी कसी हो सकती है।
हर धक्के से साथ उसके मम्मे झूलते और वह सिसकारियां ले रही थी।
इस सबके बीच उसके और मेरे मुंह से एक लफ्ज नहीं निकला बस हम दोनों की मादक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजती रही।
मैं हर धक्के के साथ उसके बदन को मसलता और किस करता रहता।
20 मिनट की लगातार चुदाई में वह 2 बार झड़ चुकी थी।
पर मैं लगातार उसे चोदे ही जा रहा था।
उसे बहुत तकलीफ होने लगी और 5 6 जबरदस्त धक्के के बाद मैं भी झड़ गया और उसके बदन से चिपक गया।
मैंने उससे कहा- विश्वास नहीं होता कि तुम्हारी चूत इतनी कसी हुई है. वाकई मजा आ गया।
इस पर वह गुस्सा होकर बोली- तुम्हें मजे की पड़ी है. पहले अपना लंड देखो कितना लंबा और मोटा है। ऐसे चोदोगे तो मैं तो मर ही जाऊंगी; सुबह सीधा हॉस्पिटल जाना पड़ेगा मुझे! मुझसे नहीं सहा जाता।
और वह मुझसे नाराज़ हो कर पास में लेट गई और कोई बात नहीं की।
मैं तो फुल नाईट सेक्स के लिए आया था.
पर थोड़ी देर मानने के बाद वो फिर से मान गई।
मैंने लेटे हुए ही उसे पीछे की तरफ से हग किया और उसके दोनों मम्मों को जकड़ लिया और गर्दन पर किस करते हुए कहा- थोड़ा आराम कर लो।
उसने कहा- ऐसे भी कहीं आराम किया जाता है?
थोड़ी सी गपशप के बाद दूसरे राउंड की तैयारी शुरू हुई.
10 मिनट की चुम्मा चाटी के बाद मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा पर उसने साफ इंकार कर दिया।
इस पर मुझे गुस्सा आया और मैंने अपना लंड एक ही झटके में उसकी चूत में जड़ तक घुसा दिया जो उसकी बच्चेदानी से जा टकराया।
और फिर से ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी।
10 मिनट में उसकी हालात ज्यादा ही खराब होने लगी तो फिर मैंने भी जबरदस्ती करना ठीक नहीं समझा।
फिर सारी रात वह मुझसे ऐसे नाराज़ हो गई जैसे घरवाली नाराज़ हो जाती है।
प्रिया मुझे काफी पसंद आई इसीलिए फिर मैंने जिद नहीं की।
और हर बार की तरह मेरी ख्वाहिश अधूरी रही … मैं फिर चुदाई का प्यासा रह गया.
आपको मेरी फुल नाईट सेक्स विद सेक्सी गर्ल कहानी पसंद आई होगी.